The rainy season brings a unique charm and a desire for warm and comforting meals. As the rain pours outside, it’s the perfect time to enjoy a hearty […]
Nourishing Rainy Season Breakfast Ideas: Delightful and Healthy Choices
The rainy season brings with it a cozy and refreshing ambiance, making it the perfect time to indulge in comforting breakfast options. As the raindrops patter against the […]
Hemkund Sahib and Valley of Flowers: A Divine Journey into Natural Beauty
Introduction: Nestled in the mesmerizing landscapes of Uttarakhand, Hemkund Sahib and the Valley of Flowers are two enchanting destinations that offer a unique blend of spirituality and natural […]
श्रीमद् भगवद् गीता: अध्याय १, श्लोक ५
श्रीमद्भगवद्गीता प्रथम अध्याय, श्लोक ५: अत्र शूरा महेष्वासा भीमार्जुनसमा युधि। युयुधानो विराटश्च द्रुपदश्च महारथ:॥ हिंदी भावार्थ :- इस युद्ध में यहाँ शूरवीर महेष्वासा, भीम और अर्जुन के समान, […]
The Silent Killer: Unraveling the Menace of Brain-Eating Amoeba
Introduction: In recent times, the discovery and study of brain-eating amoebae have gained attention and raised concerns in scientific and public spheres. These microscopic organisms, scientifically known as […]
श्रीमद् भगवद् गीता: अध्याय १, श्लोक ४
श्रीमद्भगवद्गीता प्रथम अध्याय, श्लोक ४: अत्र शूरा महेष्वासा भीमार्जुनसमा युधि युयुधानो विराटश्च द्रुपदश्च महारथ: || हिंदी भावार्थ :- युद्ध में यहाँ वीर शूरवीर भीम और अर्जुन के समान […]
Harela Festival: Celebrating Nature and Prosperity
Introduction: In the picturesque state of Uttarakhand in India, there exists a vibrant festival that embodies the deep-rooted connection between humans and nature. Harela, which translates to “green […]
श्रीमद् भगवद् गीता: अध्याय १, श्लोक ३
श्रीमद्भगवद्गीता प्रथम अध्याय, श्लोक ३: पश्यैतां पाण्डुपुत्राणामाचार्य महतीं चमूम् | व्यूढां द्रुपदपुत्रेण तव शिष्येण धीमता || हिंदी भावार्थ :- हे आचार्य! आपके बुद्धिमान शिष्य द्रुपद के पुत्र द्वारा […]
श्रीमद् भगवद् गीता: अध्याय १, श्लोक २
श्रीमद् भगवद् गीता: श्लोक – 2 सञ्जय उवाच | दृष्ट्वा तु पाण्डवानीकं व्यूढं दुर्योधनस्तदा | आचार्यमुपसङ्गम्य राजा वचनमब्रवीत् || हिंदी भावार्थ :- सञ्जय बोले— तब राजा दुर्योधन ने […]
श्रीमद् भगवद् गीता: अध्याय १, श्लोक १
श्रीमद् भगवद् गीता: श्लोक – १: धृतराष्ट्र उवाच | धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः | मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत सञ्जय || हिंदी भावार्थ :- धृतराष्ट्र बोले- हे संजय! धर्मभूमि कुरुक्षेत्र […]